1. प्रस्तावना:
एनएफएल, शैड्यूल ‘ए’ तथा मिनी रत्न (श्रेणी-1) कंपनी, जिसका पंजीकृत कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है, का निगमन 23 अगस्त, 1974 को हुआ था | इसका कारपोरेट कार्यालय नोएडा (उत्तर प्रदेश) में है | कंपनी की अधिकृत पूंजी `1000 करोड़ है तथा प्रदत्त पूंजी `490.58 करोड़ है जिसमें भारत सरकार का हिस्सा 74.71% है तथा 25.29% हिस्सा वित्तीय संस्थाओं तथा अन्यों के पास है |
2. परिकल्पना एवं ध्येय:
कंपनी की परिकल्पना सभी हितधारकों के प्रति प्रतिबद्धता के साथ उर्वरक एवं अन्य क्षेत्रों में एक अग्रणी भारतीय कंपनी बनना और निरंतर आगे बढना है और कंपनी का ध्येय उर्वरकों एवं अन्य उत्पादों एवं सेवाओं की समय पर आपूर्ति के माध्यम से कृषक समुदाय एवं अन्य ग्राहकों की संतुष्टि के लिये प्रतिबद्ध एक गतिशील संगठन तथा गुणवत्ता, सुरक्षा नैतिकता, व्यावसायिकता, पर्यावरण के प्रति सरोकार के साथ उर्जा संरक्षण एवं हितधारकों के लिये अधिकतम लाभ अर्जित करने के प्रति निरंतर प्रयासरत रहना है |
3. वित्तीय परफारमैंस:
मापदण्ड | 2020-21 | 2021-22 |
---|---|---|
कुल आय | 11939.00 | 15891.42 |
कर पूर्व लाभ / (हानि) | 343.46 | 144.82 |
नेट लाभ / (हानि) | 249.63 | 108.20 |
लाभांश | -- | -- |
नेट मूल्य | 2171.44 | 2282.00 |
5. परफारमैंस प्रमुखताएं:
i. कंपनी के पांच गैस पर आधारित यूरिया उत्पादन संयंत्र हैं जिनकी कुल वार्षिक स्थापित क्षमता 35.68 लाख मी.टन है | वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान कंपनी ने ओवरआल 109.1% क्षमता का उपयोग करते हुये (32.31 लाख मी.टन की पुन:निर्धारित क्षमता के संदर्भ में) कुल 37.23 लाख मी.टन् यूरिया का उत्पादन किया जबकि गत वर्ष का उत्पादन 37.99 लाख मी.टन था |
ii. चालू वर्ष के दौरान अप्रैल-अक्तूबर, 2022 की अवधि में यूरिया का संचयी उत्पादन 22.50 लाख मी.टन (119.4%) हुआ जबकि गत वर्ष की तदनुरूपि अविध में 20.23 लाख मी.टन उत्पादन हुआ था |
iii. कंपनी भारत भर में फैले अपने डीलर तंत्र के माध्यम से स्वयं द्वारा निर्मित उर्वरकों का विपणन तथा आरएफसीएल यूरिया तथा आयतित उर्वरकों के साथ-साथ अन्य कृषि उत्पादों का व्यापार करती है | वर्ष 2021-22 के दौरान कंपनी की उर्वरकों की बिक्री 54.60 लाख मी.टन थी जबकि गत वर्ष 2020-21 के दौरान यह बिक्री 59.37 लाख थी | चालू वर्ष के दौरान अप्रैल-अक्तूबर, 2022 की अवधि में उर्वरकों की संचयी बिक्री 36.17 लाख मी.टन हुई जबकि गत वर्ष की तदनुरूपि अविध में 29.23 लाख मी.टन बिक्री हुई थी |
1. 1. iv. कंपनी का विजयपुर यूनिट में 700 मी.टन वार्षिक क्षमता वाला एक जैव-उर्वरक प्लांट है जिसमें जैव-उर्वरक (ठोस तथा तरल) के चार स्ट्रेन का निर्माण किया जाता है | वर्ष 2021-22 के दौरान कंपनी ने जैव उर्वरकों का अबतक का सर्वाधिक 704 मी.टन (ठोस तथा तरल) निर्माण किया जबकि गतवर्ष की तदपुरूपि अवधि में 684 मी.टन का विनिर्माण किया गया था |
v. कंपनी ने पानीपत यूनिट में एक बेंटोनाइट सल्फर प्लांट की भी स्थापना की है जिसमें 2021-22 के दौराने अब तक का सर्वाधिक 17076 मी.टन बेंटोनाइट सल्फर का उत्पादन किया गया | गत वर्ष की तदनुरूपि अविध में 14072 मी.टन बेंटानाइट सल्फर का उत्पादन हुआ था |
vi. कंपनी नंगल यूनिट में अमोनिया आधारित औद्योगिक उत्पाद जैसे नाइट्रिक ऐसिड, अमोनियम नाइट्रेट, सोडियम नाइट्रेट व नाइट्राइट का निर्माण भी करती है| वर्ष 2021-22 के दौरान कंपनी ने 109973 मी.टन औद्योगिक उत्पादों का उत्पादन किया | कंपनी के पास इस समय 6 स्थिर तथा 2 चल मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं हैं | इन प्रयोगशालाओं के माध्यम से कंपनी मिट्टी के सूक्ष्म और स्थूल पोषक तत्वों की जांच करती है और संतुलित उर्वरकों का उपयोग बढाने के लिये किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराती है | इसके अलावा, किसानों को एक ही छत के नीचे सारे कृषि उत्पाद और सेवाएं उपलब्ध कराने के लिये कंपनी के 100 किसान सुविधा केन्द्र हैं
9. टिकाऊ विकास:
1. i. एनएफएल ने पर्यावरण प्रबंधन, उर्जा संरक्षण एवं सामाजिक उत्थान हेतु टिकाऊ विकास के लिये सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिये विभिन्न कदम उठाये हैं |
ii. एनएफएल के प्लांटों में स्वच्छ एवं हरित ईंधन अर्थात प्राकृतिक गैस का उपयोग |
iii. इस दिशा में एनएफएल की जो विशेष उपलब्धि है, वह है नंगल, पानीपत तथा बठिण्डा स्थित इसके सभी ईंधन तेल फीडस्टॉक वाले प्लांटों को प्राकृतिक गैस वाले स्चछ उर्जाकुशल ईंधन में परिवर्तित करना | इस पहल के साथ अब कंपनी का 100% यूरिया उत्पादन फीडस्टॉक के रूप में गैस पर आधारित है | इसके अलावा, विशिष्ट उर्जा खपत में 20% से अधिक की कमी आई है |
iv. एनएफएल ने पानीपत, बठिण्डा तथा नंगल स्थित कोयले से चलाये जाने वाले बॉयलर के समर्थन ईंधन को ईंधन तेल से प्राकृतिक गैस में बदल दिया है | इससे ईंधन तेल का उपयोग समाप्त हो गया है और विश्वसनीयता में सुधार के साथ-साथ कार्बन फूटप्रिंट में कटौती हुई है |
v. एनएफएल ने नंगल, बठिण्डा तथा पानीपत यूनिटों में हीट रिकवरी स्टीम जनरेशन (एचआरएसजी) के साथ जीटीजी (गैस टर्बो जनरेटर) स्थापित किये हैं | जीटीजी-एचआरएसजी परियोजनाओं ने सभी तीन यूनिटों में वित्त वर्ष 2021-22 में वाणिज्यिक प्रचालन आरम्भ कर दिया है और यह यूनिट अब कम उर्ज खपत और न्यून कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के साथ चल रहे हैं |
vi. कारपोरेट कार्यालय में 100 कि.वा. का सौर उर्जा प्लांट अगस्त, 2014 में लगाया गया है जो सन्तोषजनक ढंग से चल रहा है | इसके अलावा, बठिण्डा यूनिट में भी दिसम्बर, 2014 में 90 कि.वा. का सौर उर्जा प्लांट लगाया गया था | vii. कारपोरेट कार्यालय तथा यूनिटों में सारी परंपरागत लाईटों को एलईडी लाइटों से बदल दिया गया है | इसके अलावा एनएफएल यूनिटों के आस-पास के गांवों में समुदायों के लिये किफायती, विश्वसनीय, टिकाऊ तथा आधुनिक उर्जा वाली सौर स्ट्रीट लाईटें लगाई गई हैं |
viii. भूमिगत जल में वृद्धि करने केलिये एनएफएल के विनिर्माण यूनिटों में वर्षा जल संचयन की व्यवस्था की गई है |
ix. विजयपुर स्थित टाउनशपि को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित करना सीपीएसई कनक्लेव 2018 के दौरान माननीय प्रधानमंत्री जी के निर्देशों के अनुसार नये विकास मॉडल के तहत विजयपुर टाउनशिप को मिनी स्मार्ट सिटी में बदला जा रहा है | विजयपुर यूनिट में मिनी स्मार्ट सिटी के निर्माण के लिये, कंपनी इस समय कई गतिविधियॉं संचालित कर रही है जैसे कि जीरो वाटर डिस्चार्ज, आधुनिक सीवेज सिस्टम, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली, वर्ष जल संचयन प्रणाली, सीसीटीवी, उच्च गति का वाई-फाई, एलईडी लाइट इत्यादि |
9. 1. x. एनएएल, वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान विभिन्न राज्यों में स्थित विनिर्माताओं से 26647 मी.टन सिटी कम्पोस्ट प्राप्त करके इसकी बिक्री द्वारा भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के सपने को साकार करने के लिये प्रतिबद्ध है | इसके अलावा, विजयपुर यूनिट बायोडीग्रेडेबल कचरे से कम्पोस्ट बनाकर पर्यावरण मित्र खाद के रूप में इसका उपयोग यूनिट परिसर में बागवानी के लिये कर रहा है | सिटी कम्पोस्ट सॉयल कंडीशनर है जिसे बायोडीग्रेडेबल कचरे से बनाया जाता है | शहर के कचरे से बनाई गई कम्पोस्ट न केवल मिट्टी को प्राईमरी/सैकेण्डरी पोषक तत्व उपलब्ध कराती है बल्कि शहर को साफ रखने में भी मदद करती है | एनएफएल द्वारा हरियाणा तथा मध्यप्रदेश में गोद लिये गांवों में भी सिटी कम्पोस्ट का उपयोग किया जा रहा है | कंपनी इस क्षेत्र में व्यवसाय को बढाने की दिशा में भी काम कर रही है |
10. समझौता ज्ञापन वर्ष 2020-21 के लिये कंपनी को ‘बहुत अच्छा’ आंका गया है | वर्ष 2021-22 का मूल्यांकन अभी लंबित है | 11. 2021-22 के दौरान प्राप्त पुरस्कार एवं मान्यताएं
1. i. ग्रो केयर इंडिया, नई दिल्ली द्वारा "व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा गोल्ड अवार्ड" - जून, 2021 के महीने में विजयपुर यूनिट द्वारा जीता गया।
ii. विजयपुर यूनिट को जुलाई, 2021 में "ग्रीन टेक इफेक्टिव सेफ्टी कल्चर अवार्ड-2021" और "ग्रीनटेक एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड 2021" का विजेता घोषित किया गया है।
iii. एनएफएल को हाउस जर्नल, वार्षिक रिपोर्ट, कला अभियान, फिल्म्स और कोविड प्रबंधन के लिए पीआरसीआई पुरस्कार मिला।
iv. एनएफएल, नंगल यूनिट ने पर्यावरण सुधार में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए माननीय वन और पर्यावरण मंत्री, उत्तराखंड से स्वर्ण पुरस्कार प्राप्त किया।
v. एनएफएल, नंगल यूनिट ने राजभाषा में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। यह पुरस्कार यूनिट प्रमुख श्री एस. के. श्रीवास्तव, मुख्य महा प्रबन्धक, को राजभाषा कार्यान्वयन समिति, रूपनगर द्वारा प्रदान किया गया।
vi. एनएफएल, बठिंडा यूनिट ने 8वें सीएसआर इंडिया समिट और अवार्ड्स के दौरान ग्रीनटेक फाउंडेशन से पर्यावरण प्रबंधन में असाधारण प्रयासों के लिए पुरस्कार जीता।
vii. एनएफएल, कॉर्पोरेट कार्यालय, नोएडा को 8वें सीएसआर इंडिया समिट एंड अवार्ड्स के दौरान ग्रीनटेक फाउंडेशन से अभिनव सीएसआर पहल के लिए पुरस्कार मिला।
viii. नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति ने हिन्दी भाषा में अनुकरणीय कार्य के लिए एनएफएल पानीपत इकाई को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया।
ix. एनएफएल विजयपुर यूनिट को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, एमपी चैप्टर से "प्लैटिनम एचएसई पुरस्कार 2020-21" प्राप्त हुआ।
x. एनएफएल बठिंडा यूनिट को वर्ष 2021 के लिए सुरक्षा उत्कृष्टता श्रेणी में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए 20वें वार्षिक ग्रीनटेक सेफ्टी इंडिया अवार्ड 2021 का विजेता घोषित किया गया है।
xi. एनएफएल के विजयपुर यूनिट को विनिर्माण क्षेत्र में एनएससीआई सुरक्षा पुरस्कार-2021"प्रशंसा प्रमाण पत्र (सर्टिफिकेट ऑफ एप्रिसिएशन") के लिए चुना गया है |
xii. एनएफएल, बठिंडा यूनिट को एनएससीआई सुरक्षा पुरस्कार-2021 के ग्रुप बी मैन्युफैक्चरिंग ऑफ केमिकल कैटेगरी अवार्ड के "चौथे स्तर के प्रशंसा पत्र" के लिये चुना गया है।
xiii. एनएफएल, नंगल इकाई को विनिर्माण क्षेत्र में एनएससीआई सुरक्षा पुरस्कार-2021 के लिए "प्रशंसा प्रमाणपत्र" के लिए चुना गया है।