एफ सी आई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड
- 1.अवलोकन
एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड (फैगमिल) को कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत दिनांक 14.02.2003 को एक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के रूप में निगमित किया गया था, जो भारतीय उर्वरक निगम लिमिटेड (एफसीआईएल) के जोधपुर खनन संगठन (जेएमओ) से अलग हो गया था। 31-03-2022 तक कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी 50.00 करोड़ रुपये और प्रदत्त पूंजी 50.00 करोड़ रुपये है।
- 2. दूरदर्शिता/ लक्ष्य
2.1 2.1 दूरदर्शिता
जिप्सम का भूमि सुधार एवं मृदा में गंधकीय पोषक तत्वों द्वारा स्वास्थ्य वृधि हेतु खनन कार्य करना एवं विभिन प्रकार के महत्वपूर्ण खनिजो के खनन एवं उर्वरको के उत्पादन में अग्रणी कंपनी बनना तथा सीमेंट उद्योगों को जिप्सम की आपूर्ति द्वारा आधारभूत सरंचना के विकास में योगदान देना |
-
- 2.लक्ष्य
कंपनी का लक्ष्य भारत में अथवा संसार के किसी भी भाग में जिप्सम तथा अन्य खनिजो एवं उसके उत्पादों तथा सभी कार्बोनिक व अकर्बोनिक रसायन कंपाउंड व उप-उत्पादों के संबंध में उनके योगिक और मिश्रण सहित सभी प्रकार के व्यापर को स्थापित करना और उसे आगे बढ़ाना है |
- 3.औद्योगिक / व्यावसायिक संचालन
-
- 1.वित्तीय प्रदर्शन
(रुपये करोड़ में)
पैरामीटर |
2020-21 |
2021-22 |
30.10.2022 तक 2022-23 |
---|---|---|---|
कुल आय |
52.96 |
54.75 |
43.56 |
कर पूर्व लाभ |
18.22 |
15.57 |
9.02 |
शुद्ध लाभ |
13.48 |
11.59 |
6.75 |
लाभांश |
12.60 |
12.55 |
- |
निवल मूल्य |
251.61 |
250.82 |
245.02 |
3.2 भौतिक प्रदर्शन
(लाख मैट्रिक टन में)
उत्पाद |
उत्पादन प्रदर्शन |
उत्पादन क्षमता |
||||
---|---|---|---|---|---|---|
|
2020-21 |
2021-22 |
30.10.2022तक 2022-23 |
2020-21 |
2021-22 |
30.10.2022 तक 2022-23 |
जिप्सम |
5.05 |
4.11 |
2.96 |
11.06 |
11.06 |
11.06 |
|
|
|
|
|
|
|
3.3 प्रदर्शन की विशेषताएं
3.3.1 भौतिक प्रदर्शन
वर्ष 2021-22 के दौरान, कंपनी ने 2020-21 में क्रमशः 5.05 एलएमटी और 5.05 एलएमटी की तुलना में 4.11 एलएमटी और 4.13 एलएमटी जिप्सम का उत्पादन और बिक्री की।
वर्ष 2021-22 के दौरान 30.10.2021 तक कंपनी ने 2.96 एलएमटी जिप्सम का उत्पादन किया और 2.93 एलएमटी जिप्सम की बिक्री की।
वर्ष 2021-22 के दौरान, कंपनी ने क्रमशः 41.44 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष 37.81 करोड़ रुपये) और 15.57 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष 18.22 करोड़ रुपये) का बिक्री कारोबार और कर पूर्व लाभ हासिल किया। कर-पश्चात लाभ 11.59 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष 13.48 करोड़ रुपये) था। कंपनी ने रुपये के लाभांश का भुगतान किया। वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 2021-22 में 12.60 करोड़ और वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 2022-23 में 12.55 करोड़ रुपये का लाभांश देने की घोषणा की।
30.10.2022 तक का बिक्री कारोबार 35.39 करोड़ रुपये है।
3.4 मानव संसाधन प्रबंधन
3.4.1 जनशक्ति 31-03-2022 को
ग्रुप |
कुल अधिकारी/ कर्मचारी |
कर्मचारियों की संख्या |
||||
---|---|---|---|---|---|---|
अनुसूचित जाति वर्ग |
अनुसूचित जनजाति वर्ग |
भूतपूर्व सैनिक वर्ग |
शारीरिक रूप से विकलांग वर्ग |
अन्य पिछड़ा वर्ग |
||
ए |
19 |
02 |
00 |
00 |
00 |
06 |
बी |
07 |
01 |
00 |
00 |
00 |
01 |
सी |
08 |
00 |
00 |
00 |
00 |
02 |
डी |
01 |
00 |
00 |
00 |
00 |
00 |
कुल |
35 |
03 |
00 |
00 |
00 |
09 |
3.4.2 शिकायत निवारण
शिकायत प्रकोष्ठ जनता और कर्मचारियों की शिकायतों के निवारण के लिए कार्य कर रहा है और अभी कोई शिकायत लंबित नहीं है।
(i) लोक शिकायत के लिए-
जोधपुर स्थित मुख्य कार्यालय को लोक शिकायते प्राप्त होती हैं, जिनका निवारण शिकायत प्रकोष्ठ द्वारा किया जाता है। वर्तमान में कोई शिकायत लंबित नहीं है।
(ii) कर्मचारी शिकायत के लिए-
- विभिन्न खानों में काम कर रहे कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी शिकायतें संबंधित क्षेत्र प्रबंधक के माध्यम से महाप्रबंधक को भेजें।
- मुख्य कार्यालय, जोधपुर में कार्यरत कर्मचारी अपनी शिकायत अनुभागीय प्रमुख के माध्यम से महाप्रबंधक को प्रस्तुत करते हैं। वर्तमान में कोई शिकायत लंबित नहीं है।
3.4.3 कल्याणकारी उपाय
i. महिलाओं का कल्याण, विकास और सशक्तिकरण
कंपनी महिला सशक्तिकरण पर पूरा ध्यान दे रही है।
ii. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का कल्याण
कंपनी समाज और कर्मचारियों के कल्याण के लिए विभिन्न सामाजिक योजनाओं को भी लागू कर रही है जिसके तहत छात्रवृत्ति, शिक्षण शुल्क (2 बच्चों के लिए) प्रदान करती है और कर्मचारियों के बच्चों को अध्ययन सामग्री की लागत की भी प्रतिपूर्ति करती है।
3.4.4 प्रशिक्षण
क्र सं. |
विषय |
अधिकारियों की संख्या जिन्होंने भाग लिया |
स्थान |
अवधि (दिनों में) |
---|---|---|---|---|
1 |
सामग्री की सरकारी खरीद : GeM व e-Procurement. |
1 |
राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद, जोधपुर |
2 |
2 |
अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए सेवाओं में आरक्षण |
1 |
राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद, जोधपुर |
3 |
-
- 5. कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायत्व और सतत विकास (सी एस आर/ एस डी)
समाज के एक भाग के रूप में, कंपनी हमारी खदानों के आसपास स्थित गांवों में शिक्षा, प्रशिक्षण और रहने की स्थिति में सुधार को बढ़ावा देने के लिए सामाजिक आर्थिक और सामुदायिक विकास कार्यक्रम चलाती है। इसके लिए, कंपनी ने एक सीएसआर योजना विकसित की है और हर साल पिछले तीन वर्षों के अपने औसत लाभ का कम से कम 2% खर्च करती है। वर्ष 2021-22 के दौरान शिक्षा को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने, पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने, स्वच्छता पर 46.12 लाख रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 46.14 लाख रुपये (पिछले वर्ष 62.41 लाख रुपये) खर्च किए गए।
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- 6. पुरस्कार
कंपनी ने एमओयू 2020-21 में फेयर रैंकिंग हासिल की। उम्मीद है कि कंपनी एमओयू 2021-22 में भी फेयर रैंकिंग हासिल कर लेगी। इसके अलावा, कंपनी को राजस्थान में अपनी सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा को बढ़ावा देने के क्षेत्र में योगदान के लिए लगातार पांच वर्षों यानी 2016-17 से 2020-21 तक भामाशाह सम्मान के लिए सम्मानित किया गया। कंपनी को वर्ष 2020 में डीओएफ से स्वच्छता अवार्ड मिला है। कंपनी को वर्ष 2020-21 में नराकास, जोधपुर से राजभाषा शील्ड और प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ है।
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- 7. अन्य विकास
- 1.रॉक फॉस्फेट
- 7. अन्य विकास
- बिरमानिया एवं सल्लोपट, राजस्थान
फैगमिल 19.12.2018 को भारत सरकार के खान मंत्रालय से उर्वरक विभाग की मदद से रॉक फॉस्फेट के दो खंडो का आरक्षण प्राप्त करने में सफल रहा | वर्तमान में, खंडो में अन्वेषण ड्रिलिंग की जा रही है|
ब. पिप्लोदा एवं खाताम्बा, मध्य प्रदेश
दो खंडो के आरक्षण के लिए आवेदन खान मंत्रालय, भारत सरकार के पास प्रक्रियाधीन है|
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- 2.अन्वेषण एजेंसी के रूप में प्रत्यायन
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- i. केंद्र सरकार ने दिनाक 18 मई 2022 के राजपत्र अधिसूचना एस.ओ. 2307 (ई) के माध्यम से मैसर्स फैगमिल को अधिसूचित निजी अन्वेषण एजेंसी के रूप में मान्यता दी है|
- ii. फैगमिल अखिल भारतीय आधार पर खनिज क्षेत्र में अन्वेषण और पूर्वेक्षण कार्य कर सकती है | फैगमिल महत्वपूर्ण खनिजो , विशेष रूप से उर्वरक खनिजो जिनकी भारत में कमी है की ख़ोज पर ध्यान केन्द्रित करने की योजना बना रहा है |
- iii.विभिन्न राज्य सरकारों के साथ परामर्श और प्रस्तावित क्षेत्रो के लिए अध्ययन प्रक्रियाधीन हैं | साथ ही, विभिन्न राज्य सरकारों को फैगमिल को अन्वेषण परियोजनाएं सौपने के लिए पत्र भेजे गए है|
- iv. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार ने उत्खनन के प्रस्ताव आमंत्रित किये हैं |
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- 3.डोलोमाइट, फलोदी, राजस्थान
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खनन पट्टा हेतु आवेदन राज्य सरकार के पास प्रक्रियाधीन हैं| इसे डी.एम.जी., राजस्थान द्वारा 07.06.2021 को अग्रेषित किया गया था |
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- 4.एस.एम.एस. ग्रेड लाइमस्टोन, जैसलमेर, राजस्थान
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जैसलमेर में दो खंडो के आरक्षण के लिए राजस्थान सरकार के पास मामला विचाराधीन हैं | डी.एम.जी, राजस्थान की अनुशंषा 13.10.2020 को भेज दी गयी हैं |