भारत सरकार, उर्वरक विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय
  • व्यय वक्तव्य |
  • संपर्क करें |
  • एफ ए क्यू
  • नीला(ब्लू) थीमग्रीन थीमभूरा(ब्राउन) थीमग्रे थीम
    • Twitter
    • Facebook
    • Youtube
    • Increase
    • Normal
    • Decrease

    Current Size: 100%

  • This page in English
  • DBT
  • Make in India
  • Make in India
  • Swacha Bharat
  • International Year of Soils
Fertilizer Company Links
  • Home
  • हमारे बारे में
    • विभाग के बारे में
    • कौन क्या है
    • संगठन चार्ट
  • विंग
    • स्थापना और सतर्कता
    • वित्त और लेखा
    • उर्वरक नीति यूरिया और प्रशासन
    • फॉस्फेटिक और पोटेशिक (पी एंड के) उर्वरक नीति और परियोजनाएं
    • उर्वरक संचलन
    • उर्वरक सब्सिडी भुगतान
    • आर्थिक एवं सांख्यिकी
    • उर्वरक उद्योग समन्वय समिति संलग्न कार्यालय
  • प्रभाग
    • स्थापना और प्रशासन
    • पीएसयू प्रभाग
    • सतर्कता
    • वित्त
    • मुख्य नियंत्रक लेखा (सीसीए)
    • यूरिया
    • डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी)
    • फॉस्फेटिक और पोटैसिक (पी एंड के)
    • उर्वरक परियोजनाएं
    • उर्वरक संचलन एवं जहाज़-रानी
    • उर्वरक सब्सिडी भुगतान
    • उत्पादन और इनपुट
    • निगरानी और मूल्यांकन (एम एंड ई)
    • राजभाषा प्रभाग
  • उर्वरक परियोजनाएं
    • हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड
    • तलचर फर्टिलाइजर लिमिटेड
    • रामगुंडम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड
  • उर्वरक संचलन
    • संचलन
    • जहाज़-रानी
  • उर्वरक नीति
    • यूरिया नीति (मूल्य निर्धारण और प्रशासन)
    • फॉस्फेटिक और पोटैसिक (पी एंड के) नीति
    • सिटी कंपोस्ट नीति
  • डीबीटी
  • प्रकाशन / रिपोर्टें
    • वार्षिक रिपोर्ट
    • अनुदानों की माँग
    • उर्वरक परिदृश्य
    • परिणाम बजट
    • विविध रिपोर्ट
  • अधिसूचना
    • शिपिंग
    • यूरिया मूल्य निर्धारण नीति अनुभाग
    • सिटी कंपोस्ट
    • फॉस्फेटिक एंड पोटैसिक (पी एंड के) सेक्शन
  • संसद सवाल
    • लोक सभा
    • राज्यसभा
  • आरटीआई
    • आरटीआई अधिनियम - 2005
    • केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी / प्रथम अपीलीय प्राधिकारी
  • एमएफएमएस
    • डीलरों के लिया उर्वरक परिचालन (एम फ एम स)
    • उर्वरक निगरानी प्रणाली (एफएमएस)

  • मोबाइल आधारित एफएमएस (एम एफएमएस)
  • उर्वरक निगरानी प्रणाली (एफएमएस)
  • सूचना का अधिकार अधिनियम 2005
  • मासिक बुलेटिन
  • सामग्री अभिलेखीय नीति
  • निविदा और सूचना
  • माल और सेवा कर परिषद
India Gov
 
मुख्य पृष्ठ › उर्वरक परियोजनाएं › रामगुंडम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड
Print

रामगुंडम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड

रामागुंडम पुनरुद्धार परियोजना  

 

2,200 एमटीपीडी अमोनिया इकाई तथा 3,850 एमटीपीडी यूरिया संयंत्र क्षमता के साथ क्रमश 26%, 26% तथा 11% साम्‍या हिस्‍सेदारी के साथ गैस आधारित यूरिया संयंत्र स्‍थापित करने के लिए पीएसयू नामत: मैसर्स इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) मैसर्स नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) तथा एफसीआईएल के परिसंघ द्वारा ‘नामांकन मार्ग’ के जरिए एफसीआईएल की रामागुंडम इकाई का पुनरुद्धार किया जा रहा है।

 

संयुक्‍त उद्यम समझौते पर 14.01.2015 को हस्‍ताक्षर किए गए। 

 

‘रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एण्‍ड केमिकल्‍स लिमिटेड नाम से जेवी कंपनी 17.02.2015 को निगमित की गई थी।

 

जेवी कंपनी संयंत्र को प्रचालित करेगा तथा ईआईएल संयंत्र के उपकरणों तथा निर्माण (ईपीसी) के विस्‍तृत इंजीनियरिंग खरीद को देखेगा।

 

शेष साम्‍या टाई-अप (26%) के लिए गेल तथा एचटीएएस परिसंघ के साथ विचार-विमर्श अग्रिम स्‍तर पर है।

 

पाइपलाइन बिछाने के लिए मैसर्स कल्‍पतरु को संविदा प्रदान की गई। कम्‍प्रेसरों को किराए पर लेने के लिए जीआईटीएल द्वारा सितम्‍बर 18 तक कार्यों को पूरा करने के लिए मैसर्स किरलोसकर नियू‍मेटिक लि. को एलओए जारी किया गया कार्यकलाप समय सूची के अनुसार किए जा रहे हैं।

 

आरसीएफ द्वारा गेल के साथ 17 नवम्‍बर, 2017 को गैस आपूर्ति समझौते पर हस्‍ताक्षर किए गए।  

 

जल एवं ऊर्जा कनेक्‍टिविटी का निष्‍पादन राज्‍य सरकार द्वारा अपने खर्च पर किया जा रहा है। अप्रैल 18 तक पूरा किया जाने का लक्ष्‍य है। कार्यकलाप समय सूची के अनुसार किए जा रहे है।

 

दिसम्‍बर 2018 तक परियोजना शुरू किए जाने का लक्ष्‍य है। 

 

Go to previous page
Go to Top

  • हमसे संपर्क करें
  • साइटमैप
  • नागरिक प्राधिकार
  • प्रतिक्रिया
  • सूचना मैनेजर
  • जीएसटी
  • नियम एवं शर्तें
  • एफ ए क्यू
  • मदद
  • वेबसाइट नीतियाँ
  • सभी के लिए विवरण की उपलब्धता
My Visit
click here

यह वेबसाइट उर्वरक विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत आता है
वेबसाइट डिजाइन और होस्ट एनआईसी / एनआईसीएसआई द्वारा की गयी सामग्री उपलब्ध और अनुरक्षित, उर्वरक विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय द्वारा की गयी है

Visitors 492383 Designed & Developed by Cyfuture